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Yahan Koi Nahi Song Hindi Lyrics – Punit Singh

    Yahan Koi Nahi Song Hindi Lyrics

    Yahan Koi Nahi Song English Lyrics
    Yahan Koi Nahi Song English Translation and Meaning

    Yo
    लोग करते हैं बातें पर मुझसे बोलते नहीं
    वो देखते हैं सब पर मुझको देखते नहीं
    मैं जाता हूँ जहाँ भी कोई टोकता नहीं
    वो गली का कुत्ता अब मुझपर भौंकता नहीं
    ना ही खेलता है कोई भी अब मेरे साथ
    ना बुलाता है कोई चाहे हो birthday और बारात
    मैं apple को खाने से पहले काटता नहीं
    और दिल की बातें किसी से अब बाँटता नहीं
    यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई भी नहीं
    मैं शहर में हूँ और भीड़ भी है पर कोई भी नहीं
    यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई भी नहीं
    ना घर पर, ना garden, ना छत पर कोई भी नहीं
    मैं तो YouTube reactions देखता हूँ with अंजान चेहरे
    क्यूँकि लगता है कोई बैठा है just बगल मेरे
    मैं तो Facebook भी use करता हू बस memes share करने
    और पानी बोतल भरता हूँ खाली कर फिर भरने
    मैं प्यार के बारे में अब ज़्यादा सोचता नहीं
    अब पहले जैसा ना रोता, सर नोंचता कभी
    मैं किस्मत को पहले जैसा अब डाँटता नहीं
    और दिल की बातें किसी से अब बाँटता नहीं
    यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई भी नहीं
    मैं शहर में हूँ और भीड़ भी है पर कोई भी नहीं
    यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई भी नहीं
    ना घर पर, ना garden, ना छत पर कोई भी नहीं
    मैं तो morning shows में जाता हूँ बस अपने साथ
    I know I am no sexy but सुंदर हैं मेरे दाँत
    मुझे बचपन से ही अंधेरे से था लगता डर
    अब ये ही मेरे साथ में हैं बन के मेरा घर
    वैसे तो ज़्यादा लोग मुझको जानते नहीं
    मेरे अपने भी अपना अब मुझको मानते नहीं
    मैं line को कभी बीच से काटता नहीं
    और दिल की बातें किसी से अब बाँटता नहीं

    यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई नहीं
    यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई
    यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई नहीं
    यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई नहीं, यहाँ कोई

    बस मैं हूँ और ये दुनिया
    जहाँ मुझको ना सुनता है कोई
    ओ ब-बता रे, तुम ही बोलो
    कहाँ जाऊँ मैं क्या करूँ अभी
    देखो-देखो तुम मुझे ना
    बस भटकता रहा मैं दिन सभी
    बस मैं हूँ और ये दुनिया
    जहाँ मेरा कोई भी नहीं
    लोग सपनों में उड़ते होंगे पर मेरा है अलग
    मैं गिरता रहता हूँ पर नींचे गिरता नहीं
    मैं apple को खाने से पहले काटता नहीं
    और दिल की बातें किसी से अब बाँटता नहीं