Tere Mere Dil Lyrics, from the movie Rock On 2. This song is sung by Shraddha Kapoor and the movie was released in the year 2016. Music was composed by Shankar-Ehsaan-Loy and lyrics were penned by Javed Akhtar.
Movie Details
Singer/Singers: Shraddha Kapoor
Music Director: Shankar-Ehsaan-Loy
Lyricist: Javed Akhtar
Year/Decade: 2016
Music Label: Zee Music Company
Song Lyrics in English Text
Tere mere dil
Zara zara toote toh hain
Tere mere dil
Zara zara roothe toh hain (x2)
Kyun aisa hai ye kya jaane
Kya dil ko hum na pehchane
Kya hum rahe bas anjaane
Zara soche tu
Zara sochun main ye kabhi
Saari jo kahaniya hain
Teri meri kitni adhoori si
Poori hongi kaise ye
Zara soche tu, sochun main
Ye bhi toh kabhi
Tere mere dil
Khoye khoye lagte hai na
Tere mere dil
Soye soye lagte hai na
Soona soona sa rasta hai
Sannata sa barasta hai
Dil kis liye tarasta hai
Zara soche tu
Zara sochun main ye kabhi
Saari jo kahaniya hain
Teri meri kitni adhuri si
Poori hongi kaise ye
Zara soche tu, sochun main
Ye bhi toh kabhi
Tanha main hoon, tanha tu
Toh hum dono humraahi nahi kyun
Goonjti hai jo dhadkano mein
Honthon tak baat woh aayi nahi kyun
Jo gumsum hai tu, gumsum hoon main
Dono hai uljhe uljhe se, dono bechain
Jo gumsum hai tu, jo gumsum hoon main
Ho wo…
Saari jo kahaniya hain
O teri meri kitni adhuri si
Poori hongi kaise ye zara soche tu
Sochun main ye bhi toh kabhi
Tere mere dil
Zara zara toote toh hain
Tere mere dil
Zara zara roothe toh hain
Song Lyrics in Hindi Text
तेरे मेरे दिल
ज़रा ज़रा टूटे तो हैं
तेरे मेरे दिल
ज़रा ज़रा रूठे तो हैं
तेरे मेरे दिल
ज़रा ज़रा टूटे तो हैं
तेरे मेरे दिल
ज़रा ज़रा रूठे तो हैं
क्यूँ ऐसा है ये क्या जाने
क्या दिल को हम ना पहचाने
क्या हम रहे बस अनजाने
ज़रा सोचे तू
ज़रा सोचूं मैं ये कभी
सारी जो कहानियां हैं
तेरी मेरी कितनी अधूरी सी
पूरी होंगी कैसे ये
ज़रा सोचे तू, सोचूं मैं
ये भी तो कभी
तेरे मेरे दिल
खोये खोये लगते हैं ना
तेरे मेरे दिल
सोये सोये लगते हैं ना
सूना सूना सा रस्ता है
सन्नाटा सा बरसता है
दिल किस लिए तरसता है
ज़रा सोचे तू
ज़रा सोचूं मैं ये कभी
सारी जो कहानियां हैं
तेरी मेरी कितनी अधूरी सी
पूरी होंगी कैसे ये
ज़रा सोचे तू, सोचूं मैं
ये भी तो कभी
तन्हा मैं हूँ, तन्हा तू
तो हम दोनों हमराही नहीं क्यूँ
गूंजती है जो धडकनों में
होंठों तक बात वो आई नहीं क्यूँ
जो गुमसुम है तू, गुमसुम हूँ मैं
दोनों है उलझे उलझे से, दोनों बेचैन
जो गुमसुम है तू, जो गुमसुम हूँ मैं
हो वो..
सारी जो कहानियां हैं
ओ तेरी मेरी कितनी अधूरी सी
पूरी होंगी कैसे ये ज़रा सोचे तू
सोचूं मैं ये भी तो कभी
तेरे मेरे दिल
ज़रा ज़रा टूटे तो हैं
तेरे मेरे दिल
ज़रा ज़रा रूठे तो हैं